दो बेस्टी चीयरलीडर की लेस्बियन मस्ती
19Kएक शुक्रवार की रात को हम दोनों स्टेडियम में मिले. मैंने उसे फील्ड में देखा था. मैंने चुपके से अपना मोबाइल नंबर उसे दिया और उसे मेरे कमरे में आने के लिए कहा. बहुत जल्द हम दोनों अच्छे दोस्त बन गए और उससे भी जल्द हम दोनों बन गए लवर्स! मैं उसका विरोध नहीं कर सकी. मुझे पता है कुछ चीजे ज्यादा देर तक नहीं ठहरती पर उसमें कुछ अलग ही था. वह हर पल को संजोए रख रही थी. जब तक की कमरा पूरा खाली था हम दोनों साथ में थे. यह है मेरी छोटी सी गंदी सीक्रेट. हम दोनों के पास डिल्डो थे. हमने उसका भरपूर इस्तेमाल किया.