किचन में चाची की चुदाई कर उसकी मलाईदार गांड पर गिराया वीर्य
124Kसुबह का वक्त था. चाची किचन में खाना बना रही थी. चाचा जी कुछ दिनों से ऑफिस दौरे पर बाहर गांव थे. घर में चाची और मैं, दोनों अकेले ही थे. इसलिए सारा वक्त मैं उन्हें चोदा करता था. जब मेरा मूड बना, मैं उसकी साड़ी ऊपर उठाता और उसकी चुदाई कर लेता था.
आज भी जब वह खाना बना रही थी, मैं उसके पीछे आया उसकी साड़ी ऊपर उठाई और चड्डी नीचे खिसकाकर उन्हें चोदने लगा. चाची को भी मेरी इस आदत के बारे में पता था. इसलिए वह भी ऐसी घोड़ी बन गई कि उसकी गांड और चूत अच्छी तरह से ऊपर उठ जाए. उनकी ऐसी मलाईदार गांड का नजारा देखते हुए उनकी चुदाई करने में मुझे बड़ा अच्छा लगता था.
फिर चुदाई के बाद मैं उनकी गांड पर ही झड़ गया. चाची वैसे ही घोड़ी बनी रही. फिर मैंने गीला कपड़ा लिया और उनकी पीठ और गांड साफ करके दिया. चाची खड़ी हो गई, चड्डी ऊपर उठाई और फिर से खाना बनाने लग गई.