मेरे दोस्त की मिल्फ़ माँ ने बदले मेरे सामने कपडे

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एक दिन मैं मेरे दोस्त से मिलने के लिए उसके घर गया. दोस्त तो घर पे नहीं था पर उसकी माँ थी. आंटी जी ने मुझे अंदर बिठाया. वो भी कहीं बाहर जाने की तैय्यारी कर रही थी. वो मुझे देखकर खुश हो गई थी क्योंकि अब मैं उन्हें बाइक से छोड़ सकता था.

वो मेरे से बातें करते हुए ही कपडे बदलने लगी. पहले उसने कमीज उतारी. अंदर उन्होंने क्रीम कलर की ब्रा पहनी हुई थी. उनमें उनके भरमार स्तनों की जोड़ी कैद थी. ब्रा में इतना तनाव था की ऐसा लग रहा था की किसी भी समय बूब्स ब्रा को फाड़कर बाहर आ जाएंगे.

फिर आंटी जी ने सलवार उतारी. अब वो मेरे सामने सिर्फ ब्रा पैंटी में ही थी. पर फिर भी उन्हें जरा भी शर्म नही आ रही थी. उसके बाद उन्होंने नए कपड़े पहने और मैं उन्हें बाइक पर बिठाकर चल पड़ा.